Stock market : 17 अप्रैल को खत्म हुए छोटे कारोबारी हफ्ते के दौरान घरेलू बाजार में जोरदार उछाल देखने को मिला। स्मार्टफोन और कंप्यूटर जैसे उत्पादों को छूट दिए जाने के साथ ही अमेरिका द्वारा रिसीप्रोकल टैरिफ में रोक लगाए जाने के बाद बाजार में तेजी आई। एफआईआई की तरफ से हो रहे निवेश और सामान्य से बेहतर मानसून के पूर्वानुमान ने भी बाजार को सहारा दिया। इसके चलते दूसरी उभरते बाजारों की तुलना में भारतीय बाजारों के प्रदर्शन बेहतर रहा। इस सप्ताह के दौरान बीएसई लार्ज-कैप, मिड-कैप और बीएसई स्मॉल-कैप इंडेक्सों में 4 फीसदी से ज्यादा की बढ़त हुई है। इस अवधि में बीएसई सेंसेक्स 3,395.94 अंक या 4.51 प्रतिशत बढ़कर 78,553.20 पर और निफ्टी 1,023.1 अंक या 4.48 प्रतिशत बढ़कर 23,851.65 पर बंद हुआ।
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के शोध प्रमुख विनोद नायर का कहना है कि बैंक निफ्टी ने तेजी से वापसी की है। बैंक शेयरों के अनुकूल मौद्रिक नीतियों और प्रमुख बैंकों द्वारा जमा दरों में कटौती किए जाने से सपोर्ट मिला है। इससे आगे मार्जिन में बढ़त और बैंकिंग शेयरों को फायदा होने की उम्मीद है। ग्लोबल अनिश्चितताओं के बीच, बैंक शेयर पसंदीदा निवेश विकल्प बने हुए हैं। इसके चलते बैंक निफ्टी अब अपने ऑलटाइम हाई के करीब पहुंच रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि भारत इस महीने की शुरुआत में अमेरिकी टैरिफ घोषणाओं से होने वाले नुकसान से पूरी तरह से उबरने वाला पहला बड़ा बाजार बन गया है। निवेशकों का सेंटीमेंट इस उम्मीद से उत्साहित कि अमेरिका-चीन ट्रेड वार से भारत को नुकसान नहीं बल्कि फायदा हो सकता है।
विनोद नायर ने आगे कहा कि वर्तमान में घरेलू मैक्रो इकोनॉमिक स्थिति में मजबूती बनी हुई है। इससे निवेशकों को लंबी अवधि के लिए ज्यादा जोखिम वाले असेट्स में निवेश बढ़ाने के लिए प्रोत्साहन मिल रहा है। इसके अलावा महंगाई में नरमी से भी बाजार को सपोर्ट मिल रहा है। सामान्य से बेहतर मानसून और तेल की कीमतों में गिरावट के पूर्वानुमानों से भी निवेशकों के सेंटीमेंट में सुधार आया है।
दूसरी ओर मांग में कमजोरी और मार्जिन पर दबाव के कारण वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही के नतीजों में सुस्ती रहने की संभावना है। निवेशकों को सलाह है कि वे सतर्क रुख अपनाएं। निर्यात-आधारिक शेयरों को लेकर ज्यादा ही सतर्क रहे। बैंकिंग,कंज्यूमर गुड्स,हेल्थ सर्विस,परिवहन और बुनियादी ढांचे जैसे घरेलू थीम वाले शेयरों पर ज्यादा फोकस करें। उन्होंने आगे कहा आने वाले हफ्ते में बाजार की नजर चौथी तिमाही के नतीजों और उन पर कंपनियों के मैनेजमेंट कि कमेंट्री पर रहेगी। इस दौरान बाजार का फोकस चुनिंदा शेयरों और सेक्टरों पर रहेगा।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ तकनीकी अनुसंधान विश्लेषक नागराज शेट्टी ने कहा कि पिछले कुछ कारोबारी सत्रों में 200 डे ईएमए की बाधा के आसपास सीमित दायरे में कार्रवाई दिखाने के बाद,निफ्टी ने गुरुवार को एक मजबूत अपसाइड ब्रेकआउट दिया और 414 अंकों की बढ़त के साथ बंद हुआ। निफ्टी ने डेली चार्ट पर एक लॉन्ग बुलिश कैंडल बनाई जो हाल ही में हुई गिरावट से तेजी से ऊपर की ओर रिट्रेसमेंट को इंगित करती है (9 दिनों की गिरावट की केवल 7 दिनों की तेजी में पूरी तरह से भरपाई हो गई है)। यह पॉजिटिव संकेत है।
नागराज शेट्टी ने आगे कहा कि वीकली चार्ट पर निफ्टी ने गैप अप ओपनिंग के साथ एक लंबी बुल कैंडल बनाई। यह पिछले दो सप्ताहों में बैक-टू-बैक लंबी बुल कैंडल का फॉर्मेशन है। खाली पड़े वीकली ओपनिंग अपसाइड गैप को बुलिश ब्रेकअवे गैप माना जा सकता है जो अक्सर तेज अप ट्रेंड रैली की शुरुआत में बनता है। अब निफ्टी के लिए 24550 के आसपास रेजिस्टेंस दिख रहा है। वहीं, 23600 के स्तर पर निफ्टी के लिए तत्काल सपोर्ट है।
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रेलिगेयर ब्रोकिंग के अजीत मिश्रा का कहना है कि मजबूत घरेलू फंडामेंटल्स ग्लोबल मार्केट की चिंता में कमी आने के साथ ही निवेशकों का सेंटीमेंट पॉजिटिव बना हुआ है। निफ्टी अपने पिछले स्विंग हाई 23,800 के आसपास मंडरा रहा है। सोमवार को इंफोसिस,एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक जैसे दिग्गजों के नतीजों पर बाजार का फोकस रहेगा। इस समय बाजार में “गिरावट पर खरीद” की रणनीति अपनाने की सलाह होगी। ब्याज दरों के प्रति संवेदनशील शेयरों में लंबे नजरिए से निवेश करें। जबकि, दूसरे सेक्टरों में चुनिंदा शेयरों पर फोकस करें।
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