देश के शहरों में सीएनजी (CNG) और घरेलू पीएनजी (PNG) का इस्तेमाल करने वाले ग्राहकों की जेब पर जल्द ही बोझ बढ़ सकता है। सरकार सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन (CGD) कंपनियों को सस्ती एडमिनिस्टर्ड प्राइस मैकेनिज्म (APM) गैस के आवंटन में कटौती की तैयारी कर रही है। जिससे CNG और PNG की कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है। मनीकंट्रोल को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, 16 अप्रैल से APM गैस का आवंटन और घटा दिया जाएगा। इससे इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (IGL) और महानगर गैस लिमिटेड (MGL) जैसी सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन (CGD) कंपनियों पर लागत का दबाव बढ़ेगा।
एक सीनियर अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर मनीकंट्रोल को बताया कि CNG इस्तेमाल के लिए इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (IGL) का APM गैस आवंटन मौजूदा 51% से घटाकर 40% कर दिया जाएगा। हालांकि, सरकार की ओर से अभी तक आधिकारिक अधिसूचना जारी नहीं की गई है।
अधिकारी ने बताया,”पॉलिसी के स्तर पर इस तरह की अनिश्चितता (APM गैस आवंटन के लिए) चिंता का विषय है। हमें बताया गया है कि अब APM गैस की जगह नए कुओं से निकलने वाली गैस दी जाएगी, लेकिन यह अभी साफ नहीं है कि इसकी कीमत क्या होगी।”
CGD कंपनियों पर लागत का असर
APM गैस में कटौती का सीधा असर सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन (CGD) कंपनियों की इनपुट लागत पर पड़ेगा, जिससे CNG और PNG की कीमतें बढ़ सकती हैं।
Yes सिक्योरिटीज के एग्जिक्यूटिव वाइस-प्रेसिडेंट हर्षराज अग्रवाल ने कहा, “यह कटौती अप्रत्याशित है क्योंकि पहले कहा गया था कि यह धीरे-धीरे घटेगी। CGD कंपनियों को इसकी भरपाई के लिए कीमतों में बढ़ोतरी करनी पड़ेगी।”
इस बीच महानगर गैस के मैनेजिंग डायरेक्टर आशु शिंगल ने मनीकंट्रोल को बताया, “हम स्थिति का मूल्यांकन कर रहे हैं। अंतिम अधिसूचना के बाद ही हम कीमतों पर फैसला लेंगे। हो सकता है हमें CNG की कीमतों में एडजस्टमेंट करना पड़े।”
हाल की कीमतों में बढ़ोतरी
CNG और PNG की कीमतें हाल ही में पहले ही बढ़ाई जा चुकी हैं। IGL ने 7 अप्रैल को दिल्ली में CNG की कीमत ₹1/kg बढ़ाई, जबकि नोएडा और गाजियाबाद में ₹3/kg की बढ़ोतरी की गई। MGL ने 9 अप्रैल को CNG की कीमत ₹1.5/kg और PNG की कीमत ₹1/SCM बढ़ा दी थी। इसके पीछे कारण था कि सरकार ने APM गैस की कीमत $6.50/mmBtu से बढ़ाकर $6.75/mmBtu कर दी थी।
पहले भी हो चुकी है कटौती
हाल के महीनों में सरकार ने घरेलू उत्पादन में कमी के चलते APM गैस का आवंटन घटाया था। अक्टूबर 2024 में CNG के लिए APM आवंटन 68% से घटाकर 50.75% किया गया। नवंबर 2024 में यह और घटाकर 37% कर दिया गया। जनवरी 2025 में इसे फिर से बढ़ाकर 51.48% किया गया था। इन कटौतियों के कारण CGD कंपनियों को महंगी HPHT और स्पॉट गैस खरीदनी पड़ी, जिससे उनकी मुनाफे की मार्जिन घट गई।
यह भी पढ़ें- ट्रंप के टैरिफ से इस सेक्टर को मिल सकती है राहत, डिक्सन टेक समेत इन शेयरों पर 15 अप्रैल को रहेगी नजर
डिस्क्लेमरः Moneycontrol पर एक्सपर्ट्स/ब्रोकरेज फर्म्स की ओर से दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह उनके अपने होते हैं, न कि वेबसाइट और उसके मैनेजमेंट के। Moneycontrol यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई भी निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें।