Ather Energy IPO: इलेक्ट्रिक टूव्हीलर कंपनी एथर एनर्जी का IPO आज, 28 अप्रैल से खुल गया। लेकिन पहले दिन निवेशकों की ओर से रिस्पॉन्स ठंडा है। शाम 4 बजे तक यह इश्यू महज 0.16 गुना भरा है। क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए रिजर्व हिस्से को अभी तक न के बराबर सब्सक्रिप्शन मिला है। नॉन इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए रिजर्व हिस्सा 0.17 गुना और रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व हिस्सा 0.69 गुना सब्सक्राइब हुआ है। एंप्लॉयीज के लिए रिजर्व हिस्सा 1.81 गुना भर चुका है।
एथर एनर्जी के आईपीओ के साथ ही मेनबोर्ड सेगमेंट में मिड फरवरी से छाया सूखा खत्म हो गया। कंपनी का इरादा 2,980.76 करोड़ रुपये जुटाने का है। इश्यू के लिए प्राइस बैंड 304-321 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है। लॉट साइज 46 है। IPO में 2,626 करोड़ रुपये के 8.18 करोड़ नए शेयर जारी हो रहे हैं। साथ ही 354.76 करोड़ रुपये के 1.11 करोड़ शेयरों का ऑफर फॉर सेल है। कंपनी में सबसे बड़ी शेयरहोल्डर हीरो मोटोकॉर्प लिमिटेड ऑफर फॉर सेल में शेयर बिक्री नहीं करेगी। हीरो मोटोकॉर्प की एथर में हिस्सेदारी 40 प्रतिशत है।
एथर एनर्जी में Tiger Global का भी पैसा लगा हुआ है। इसके पब्लिक इश्यू की क्लोजिंग 30 अप्रैल को होगी। इसके बाद अलॉटमेंट 2 मई को फाइनल होगा। शेयरों की लिस्टिंग BSE और NSE पर 6 मई को होगी। कंपनी के प्रमोटर तरुण संजय मेहता, स्वप्निल बबनलाल जैन, और Hero Motocorp हैं। एथर एनर्जी ने IPO खुलने से पहले एंकर इनवेस्टर्स से 1,340.03 करोड़ रुपये जुटाए।
ग्रे मार्केट से क्या संकेत
ग्रे मार्केट में एथर एनर्जी के शेयरों का प्रीमियम लगातार गिर रहा है। शेयर IPO के अपर प्राइस बैंड 321 रुपये से केवल 1 रुपये के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहे हैं। ग्रे मार्केट एक अनऑथराइज्ड मार्केट है, जहां किसी कंपनी के शेयर उसकी लिस्टिंग तक ट्रेड करते हैं।
Ather Energy IPO: एथर एनर्जी का आईपीओ निवेश के लिए खुला, क्या आपको इनवेस्ट करना चाहिए?
IPO के पैसों का कैसे होगा इस्तेमाल
Ather Energy IPO में नए शेयरों को जारी कर हासिल होने वाले पैसों का इस्तेमाल महाराष्ट्र में एक नई ईवी फैक्ट्री लगाने और कर्ज कम करने में किया जाएगा। साथ ही रिसर्च एंड डेवलपमेंट, मार्केटिंग इनीशिएटिव्स और सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए भी इस पैसे का इस्तेमाल होगा। IPO में 75 प्रतिशत हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए, 10 प्रतिशत हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए और 15 प्रतिशत हिस्सा नॉन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व है।