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मंदिर के पुजारी गोविंद शर्मा ने बताया कि पुष्कर झील के किनारे भगवान शिव का 800 साल पुराना मंदिर है. मंदिर परिसर में 108 शिवलिंग और 108 नंदी महाराज एक साथ विराजित है. यहां सावन में विशेष रूप से रुद्राभिषेक , सहस…और पढ़ें

108 शिवलिंग महादेव मंदिर
राजस्थान का पुष्कर एक प्रसिद्ध धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल है, जो अपनी विविधता और आध्यात्मिकता के लिए जाना जाता है. इसी पावन भूमि पर पुष्कर झील के किनारे महादेव घाट पर 800 साल पुराना 108 शिवलिंग महादेव मंदिर जन आस्था का प्रमुख केंद्र है. भगवान शिव को समर्पित यह मंदिर अपने विशेष 108 शिवलिंगों के लिए प्रसिद्ध है. जिन्हें भक्तों द्वारा अत्यधिक श्रद्धा और भक्ति के साथ पूजा जाता है.
मंदिर के पुजारी गोविंद शर्मा ने बताया कि पुष्कर झील के किनारे भगवान शिव का 800 साल पुराना मंदिर है. मंदिर परिसर में 108 शिवलिंग और 108 नंदी महाराज एक साथ विराजित है. यहां सावन में विशेष रूप से रुद्राभिषेक , सहस्त्र धारा आदि का आयोजन किया जाता है . शिवरात्रि पर भगवान शिव का भव्य श्रृंगार किया जाता है . पूजारी ने आगे बताया कि जिन लोगों के शादी ब्याह नहीं होते व कालसर्प दोष होता है तो उनकी यहां पर पूजा करने से भगवान उनकी मनोकामना पूरी करते है .
शिवलिंगों की करते हैं परिक्रमा
शर्मा ने आगे बताया कि पुष्कर झील के निकट स्थित होने के कारण यह मंदिर एक मनमोहक प्राकृतिक सौंदर्य से भी परिपूर्ण है. यहां आने से भक्तों को मानसिक शांति, आत्मिक संतुलन और भक्ति की अनुभूति होती है .यहां आने वाले भक्त गहरी श्रद्धा के साथ शिवलिंगों की परिक्रमा करते हैं. “ॐ नमः शिवाय” के मंत्रों के साथ भगवान शिव का स्मरण करते हैं.
यात्रा में जरूर करें शामिल
अगर आप पुष्कर की यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो 108 शिवलिंग महादेव मंदिर को अपनी यात्रा में अवश्य शामिल करें. यह स्थान आपको आध्यात्मिक ऊर्जा से भर देगा और जीवन को एक नई दिशा प्रदान कर सकता है.