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Apple Farming in Bihar : गोपालगंज में कृषि विभाग की पहल पर तीन साल पहले सेब की खेती का ट्रायल शुरू हुआ, जो अब सफल हो गया है. अधिवक्ता ध्रुप कुमार सिंह ने अपने खेत में सेब के पौधे लगाए थे, जो अब फल दे रहे हैं.

गोपालगंज में सेब की खेती
हाइलाइट्स
- गोपालगंज में सेब की खेती का ट्रायल सफल हुआ
- पहली उपज देखकर लोग हैरान रह गए
- ध्रुप कुमार सिंह के खेत में सेब के पौधे फलने लगे
गोपालगंज. अभी तक आपने हिमाचल प्रदेश और कश्मीर से आए सेब को खाया होगा, लेकिन अब आपको बिहार में उपजाया गया सेब भी खाने को मिलेगा. यह बातें सुनकर आपको हैरानी होगी, लेकिन यह सच है. कृषि विभाग के पहल पर गोपालगंज जिले में तीन साल पहले किसानों ने सेब का पौधा ट्रायल में लगाया था, जो कि अब सफल दिख रहा है. सेब की पहली ऊपज जब निकली तो लोग हैरान रह गए.
दरअसल, आज से तीन साल पहले 2022 में कृषि विभाग की ओर से गोपालगंज में सेब की खेती का ट्रायल शुरू किया गया. इसको लेकर जिले के कई किसानों को सेब के पौधे की जड़ दी गई, ताकि वे इसकी खेती कर सकें. सदर प्रखंड के एकडेरवां के रहने वाले अधिवक्ता ध्रुप कुमार सिंह ने भी अपने घर के क्यारी में सेब के पौधे को लगाया था. इस बार पौधों में सेब का जबरदस्त फलन हुआ है. पेड़ पर जहां- तहां सेब ही दिख रहे हैं.पहली उपज को दूर-दूर से देखने के लिए लोग पहुंचने लगे हैं.
पौधा लगाते समय लोगों ने कहा था गोंयठा में घी सूखाने जैसा
अधिवक्ता धूप कुमार सिंह बताते हैं कि जब पहली बार कृषि विभाग के दिए गए सेब के पौधे को लगाया और उसकी सेवा शुरू की तो गांव के लोगों ने मजाकिया अंदाज में कहा कि यह तो गोंयथा में घी सूखाने जैसा है. सब मेहनत बेकार हो जायेगा. इसका कोई फसल नहीं हो पाएगा. लेकिन आज वे ही लोग इस फसल को देखने आ रहे हैं, तो आंखों पर विश्वास नहीं हो रहा. वे लोग अपने यहां पौधा लगाने के लिये ध्रुप सिंह से पौधे का जड़ मांग रहे हैं.
धूप कुमार सिंह को बागवानी का है शौक
अधिवक्ता धूप कुमार सिंह को बागवानी का काफी शौक है. उन्होंने बीघा भर खेत में नींबू, आम, अमरूद जैसे पेड़ों को लगाया है. और कई तरह के फूल भी लगाए हैं. इसी क्रम में कृषि विभाग के पहल पर सेब की खेती की जो आजकल चमत्कार के तौर पर देखा जा रहा है.