सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन (CGD) कंपनियों के शेयरों में आज बिकवाली का भारी दबाव है। इसकी वजह ये है कि सरकार ने महानगर गैस, इंद्रप्रस्थ गैस और अदाणी टोटल गैस के प्रियॉरिटी गैस एलोकेशन में कटौती करने का फैसला किया है यानी कि इन्हें अब APM गैस अब कम मिलेगी। एडमिनिस्ट्रेटिव प्राइसिंग मैकेनिज्म (APM) गैस सीजीडी कंपनियों को सस्ते में मिलती है ताकि घरेलू पाइप्ड नेचुरल गैस (PNG) और सीएनजी सर्विसेज जैसी जरूरी सर्विसेज के लिए इन्हें कम दाम पर गैस मिल सके। अब सरकार ने झटका दिया है तो महानगर गैस के शेयर पांच फीसदी टूटकर ₹1,249.8., अदाणी टोटल 0.9 फीसदी फिसलकर ₹605 और इंद्रप्रस्थ गैस के शेयर 3 फीसदी लुढ़ककर ₹173.78 पर आ गए।
कितनी हुई कटौती?
कंपनियों के लिए एपीएम गैस के आवंटन में 15 से 20 फीसदी की कटौती की गई, जिससे उनका कुल आवंटन 51 फीसदी से घटकर लगभग 40 फीसदी रह गया। हालिया महीनों में सरकार को घरेलू उत्पादन में कमी के कारण सीजीडी कंपनियों को एपीएम गैस के आवंटन में कटौती करनी पड़ी थी। इससे पहले अक्टूबर 2024 में सरकार ने सीएनजी सेगमेंट में एपीएम गैस आवंटन को 68 फीसदी से घटाकर 50.75 फीसदी और नवंबर में 37 फीसदी किया था।
क्या कहना है एक्सपर्ट्स का?
तीनों कंपनियों ने अपने-अपने एक्सचेंज फाइलिंग में कहा है कि इस कदम से उनकी प्रॉफिटेबिलिटी को झटका लगेगा। अदाणी टोटल गैस का कहना है कि एपीएम गैस के कम आवंटन की भरपाई न्यू वेल गैस (NWG) से करनी होगी। हालांकि इसकी अधिक लागत के चलते कंपनी के प्रॉफिटेबिलिटी पर असर पड़ेगा। अदाणी टोटल गैस का कहना है कि वह एपीएम गैस के आवंटन में कटौती के असर को कम करने के लिए सभी विकल्पों पर गौर कर रही है।
यस सिक्योरिटीज के एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट हर्षराज अग्रवाल के मुताबिक एपीएम गैस आवंटन में कटौती से सीजीडी कंपनियों के लिए इनपुट लागत बढ़ जाएगी, जिसके चलते कंपनियां सीएनजी की कीमतों में फिर से बढ़ोतरी कर सकती है। हर्षराज ने तो आवंटन में कटौती पर आश्चर्य जताया है। जेफरीज ने कहा कि बाजार से जुड़ी गैस पर बढ़ती निर्भरता के कारण सीजीडी कंपनियों को वॉल्यूम वृद्धि की कीमत पर मार्जिन बचाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
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